1. धृतराष्ट्र के एक पुत्र
2. वसुदेव के एक पुत्र
3. एक प्रकार का मृदंग
4. गोकुल के गोपों के मुखिया और वसुदेव के मित्र
5. एक राग
6. कार्तिकेय के एक अनुचर
1. दंडी का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
2. वृंदारक का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
3. सत्व का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
4. उग्रसेन का वर्णन धार्मिक ग्रंथों में मिलता है ।
5. उग्रायुध का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
6. सुषेण का वर्णन महाभारत में मिलता है ।
7. नंद का वर्णन महाभारत में मिलता है ।
8. नंदक का वर्णन महाभारत में मिलता है ।
9. पंडितक का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
10. धनुर्गह का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
11. जय का वर्णन महाभारत में मिलता है ।
12. सुलोचन का वर्णन महाभारत में मिलता है ।
13. रौद्रकर्मा का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
14. विकट का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
15. सेनापति का वर्णन धार्मिक ग्रंथों में मिलता है ।
16. भीमरथ का वर्णन भागवत में मिलता है ।
17. सुनाभ का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
18. बाहुशाली का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
19. वैराट का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
20. विकर्ण का वर्णन भागवत में मिलता है ।
21. शत्रुंजय का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
22. महाभाऊ का वर्णन धार्मिक ग्रंथों में मिलता है ।
23. नागरथ का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
24. क्राथ का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
25. अभय का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
26. दुःसह का वर्णन धार्मिक ग्रंथों में मिलता है ।
27. सुनेत्र का वर्णन महाभारत में मिलता है ।
28. विरजा का वर्णन धार्मिक ग्रंथों में मिलता है ।
29. रवि का वर्णन भागवत में मिलता है ।
30. चित्रबाण का वर्णन महाभारत में मिलता है ।
31. आदित्यकेतु का वर्णन महाभारत में मिलता है ।
32. विकटानन का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
33. जयत्सेन का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
34. भीमबल का वर्णन भागवत में मिलता है ।
35. बलाकी का वर्णन ग्रंथों में मिलता है ।
36. सत्यसंध का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
37. अनाधृष्टि का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
38. दुष्प्रधर्ष का वर्णन महाभारत में मिलता है ।
39. सुजात का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
40. सुवर्चा का वर्णन महाभारत में मिलता है ।
41. जलसंध का वर्णन महाभारत में मिलता है ।
42. दुष्कर्ण का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
43. दुर्जय का वर्णन धार्मिक ग्रंथों में मिलता है ।
44. उपचित्र का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
45. पुरुमित्र का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
46. उपनंद का वर्णन महाभारत में मिलता है ।
47. दुःशल का वर्णन महाभारत में मिलता है ।
48. श्रुतांत का वर्णन धार्मिक ग्रंथों में मिलता है ।
49. निषंगी का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
50. महोदर का वर्णन धार्मिक ग्रंथों में मिलता है ।
51. भूरिबल का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
52. दुर्विषह का वर्णन महाभारत में मिलता है ।
53. कुंडभेदी का वर्णन महाभारत में मिलता है ।
54. अग्रायुध का वर्णन महाभारत में मिलता है ।
55. दीर्घलोचन का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
56. पाशी का वर्णन धार्मिक ग्रंथों में मिलता है ।
57. अनुविंद का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
58. अनुर्यायी का वर्णन धार्मिक ग्रंथ में मिलता है ।
59. दुर्विमोचन का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
60. कबूची का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
61. दुष्प्रहर्ष का वर्णन महाभारत में मिलता है ।
62. अयोभुज का वर्णन धार्मिक ग्रंथों में मिलता है ।
63. सुनाम का वर्णन महाभारत में मिलता है ।
64. दुर्विरोचन का वर्णन महाभारत में मिलता है ।
65. श्रुतवर्मा का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
66. चित्रायुध का वर्णन धार्मिक ग्रंथ में मिलता है ।
67. चारुचित्र का वर्णन धार्मिक ग्रंथों में मिलता है ।
68. चित्राक्ष का वर्णन महाभारत में मिलता है ।
69. प्रमार्थी का वर्णन धार्मिक ग्रंथों में मिलता है ।
70. शत्रुसह का वर्णन धार्मिक ग्रंथों में मिलता है ।
71. सुहस्त का वर्णन धार्मिक ग्रंथों में मिलता है ।
72. अलोलुप का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
73. कुंडधार का वर्णन महाभारत में मिलता है ।
74. विवित्सु का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
75. दुर्मद का वर्णन महाभारत में मिलता है ।
76. कनकध्वज कृत्या नामक विद्या को सिद्ध करके पांडवों को मारना चाहता था पर इसी विद्या से वह स्वयं मारा गया ।
77. श्वभ्र का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
78. नंद का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
79. विपुल रोहिणी के गर्भ से पैदा हुए थे ।
80. भद्रबाहु का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
81. वसुहंस का वर्णन महाभारत में मिलता है ।
82. वृकदेव का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
83. भोज का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
84. महेश नंद बजा रहा है ।
85. रामसनेही माँदर बजा रहा है ।
86. नंद और यशोदा ने बाल कृष्ण का पालन-पोषण किया ।
87. शंकर रात्रि के समय गाया जाता है ।
88. पंचम छः प्रधान रागों में से तीसरा है ।
89. संगीतज्ञ मधु अलाप रहा है ।
90. उड़व के अन्तर्गत पाँच स्वरों का प्रयोग होता है ।
91. चंद्रकांत हिंडोल राग का पुत्र माना जाता है ।
92. चंद्रबिंब सम्पूर्ण जाति का एक राग है ।
93. संगीतज्ञ कुकुभ अलाप रहा है ।
94. कुछ संगीतज्ञों के मत से देश सम्पूर्ण जाति का है और कुछ के मत से षाड़व है ।
95. संगीतज्ञ नंद गा रहा है ।
96. संगीतज्ञ बंगाल राग गा रहा है ।
97. यंत्राश हिंडोलराग का पुत्र माना जाता है ।
98. संगीतज्ञजी सिंह राग की खूबियाँ बता रहे हैं ।
99. मधुमातसरंग सारंग राग का एक भेद है ।
100. वसंत संगीत के मुख्य छः रागों में से दूसरा है ।
101. गोंड वर्षाकाल में गाया जाता है ।
102. अड़ाना कन्हड़ा राग का भेद है ।
103. कल्याण श्रीराग का सातवाँ पुत्र माना जाता है ।
104. श्याम संध्या के समय एक दंड से पाँच दंड तक गाया जाता है ।
105. पीलू दिन के समय गाया जाता है ।
106. नायक दीपक राग का पुत्र माना जाता है ।
107. गायक हिडोल गाने में मस्त है ।
108. श्रोतागण संगीतज्ञ से महर्षि सुनाने का आग्रह कर रहे थे ।
109. संगीतज्ञ हिंडोला गा रहा है ।
110. अहीरी में सारे कोमल स्वर होते हैं ।
111. हम्मीर संपूर्ण जाति का एक संकर राग है ।
112. मालव रात के समय सोलह दंड से बीस दंड के बीच गाया जाता है ।
113. गायक मेवाड़ राग अलाप रहा है ।
114. संगीतज्ञ शालकराग अलाप रहा है ।
115. संगीतज्ञ प्रभाती गा रहा है ।
116. संगीतज्ञ श्रीसमाध गा रहा है ।
117. भूपति मेघराग का पुत्र माना जाता है ।
118. गायिका आशा सिखा रही है ।
119. नाट राग में वीररस गाया जाता है ।
120. संगीतज्ञ विमोहक गा रहा है ।
121. सोरठ ओड़व जाति का एक राग है ।
122. द्राविड़गोड़ रात के समय गाया जाता है ।
123. शोभन मालकोस का पुत्र माना जाता है ।
124. कदंबनट में सब शुद्ध स्वर लगते हैं ।
125. संगीतज्ञ सालंक सुना रहा है ।
126. झूमरी शालक राग का एक भेद है ।
127. संगीतज्ञ बड़हंस सुना रहा है ।
128. कान्हड़ा मेघराग का पुत्र समझा जाता है ।
129. मेघनाट मेघराग का पुत्र माना जाता है ।
130. गुंड मल्लार राग का एक भेद है ।
131. संगीतज्ञ नायकी गा रहा है ।
132. संगीतज्ञ कोकव गा रहा है ।
133. संगीतज्ञ नटमल गा रहा है ।
134. भर्तृहरि राग पुरज और ललित राग के योग से बना है ।
135. बासर सुबह के समय गाया जाता है ।
136. सर्गपुट में सब शुद्ध स्वर लगते हैं ।
137. रुबाईएमन के साथ कव्वाली का ठेका बजाया जाता है ।
138. गायक श्रीवर्द्धन गा रहा है ।
139. संगीतज्ञ बहारनशाख के बारे में बता रहा है ।
140. नायकीकान्हड़ा में सब कोमल स्वर लगते हैं ।
141. मधुमात भैरवराग का सहचर है ।
142. गायक ने त्रोटक सुनाकर सबकी वाहवाही लूट ली ।
143. सूहा सम्पूर्ण जाति का एक राग है ।
144. संगीतकार नाटवसंत गा रहा है ।
145. हनोद हिंडोल राग का पुत्र माना जाता है ।
146. संगीतज्ञ दरबारीकान्हड़ा गा रहा है ।
147. कैरात शुद्ध राग माना जाता है ।
148. विभास सुबह गाया जाता है ।
149. आज संगीत की कक्षा में गुरुजी ने गांधारभैरव के बारे में भी बताया ।
150. देशगांधार प्रातःकाल गाया जाता है ।
151. पंडितजी राग हेमाल गा रहे हैं ।
152. गुणसागर हिंडोल राग का एक पुत्र माना जाता है ।
153. वर्णपुर में शुद्ध स्वर लगते हैं ।
154. बिहाग आधी रात के समय गाया जाता है ।
155. मुद्रा-कान्हड़ा में सब कोमल स्वर लगते हैं ।
156. कमोदिक कमोद गा रहा है ।
157. बनड़ा बिलावल राग का एक भेद है ।
158. शहानाकान्हड़ा कान्हड़ा राग का एक भेद है ।
159. नंदन का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
160. सुनायक का वर्णन शिवपुराण में मिलता है ।
161. प्रतिस्कंध का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
162. व्याघ्राक्ष का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
163. मन्नथकर का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
164. पुष्यनामी का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
165. सुनामा का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
166. नृत्यप्रिय का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
167. प्रहास का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
1. दंडी
2. दण्डी
3. सत्त्व
4. सत्व
5. नन्द
6. नन्दक
7. पण्डितक
8. पंडितक
9. शत्रुंजय
10. शत्रुञ्जय
11. नंदक
12. दुस्सह
13. चित्रवाण
14. सत्यसंध
15. सत्यसन्ध
16. सन्ध
17. दुःसह
18. संध
19. उपनन्द
20. दुश्शल
21. निषंगी
22. दुःशल
23. कुण्डभेदी
24. नंद
25. दीर्घलोचन
26. दीर्घ लोचन
27. उपनंद
28. चित्रबाण
29. कुण्डधार
30. कुंडभेदी
31. कुंडधार
32. निषङ्गी
33. मान्दर
34. माँदर
35. मांदर
36. मर्दल
37. बाबा नन्द
38. बाबा नंद
39. शंकर
40. शङ्कर
41. शङ्कर राग
42. शंकर राग
43. पंचम राग
44. मधु राग
45. मधुराग
46. उड़व राग
47. ओड़व राग
48. उड़व
49. ओड़व
50. चन्द्रोपल
51. चन्द्रकांत
52. चान्द्र
53. चंद्रकान्त
54. चंद्रकांत
55. चन्द्रकान्त
56. चांद्र
57. चंद्रोपल
58. चन्द्रबिम्ब
59. कुकुभराग
60. कुकुभ
61. कुकुभ राग
62. ककुभराग
63. ककुभ राग
64. देश राग
65. नंद राग
66. नन्द राग
67. बंगाल राग
68. बंगाल
69. पंचम
70. चंद्रबिंब
71. यन्त्राश
72. यंत्राशराग
73. यंत्राश
74. सिंह राग
75. मधुमातसरंग राग
76. मधुमातसरंग
77. वसन्त राग
78. बसन्त
79. बसंत
80. बसन्त राग
81. वसंत
82. वसंत राग
83. बसंत राग
84. वसन्त
85. गोंड़ राग
86. गोंड़
87. गोंड राग
88. गोंड
89. कल्याण
90. कल्याण राग
91. श्याम राग
92. पीलू राग
93. हिडोल
94. हिडोल राग
95. हिल्लोल राग
96. हिन्डोल राग
97. हिंडोला
98. हिंडोल
99. हिंडोलराग
100. हिन्दोल राग
101. हिंडोला राग
102. हिन्डोला
103. हिंडोल राग
104. हिन्डोलराग
105. हिन्डोला राग
106. हिंदोल
107. हिंदोल राग
108. हिन्दोल
109. हिन्डोल
110. हमीर
111. हम्मीर राग
112. हमीर राग
113. हम्मीर
114. मालव राग
115. मधु
116. शालक राग
117. शालकराग
118. शालक
119. प्रभावती
120. प्रभाती
121. ककुभ
122. श्रीसमाध राग
123. श्रीसमाध
124. सिंह
125. भूपति राग
126. आशा राग
127. आशा
128. नाट
129. नाट राग
130. सोरठ राग
131. शोभन राग
132. श्याम
133. सालंक राग
134. देश
135. बड़हंस राग
136. कान्हड़ा राग
137. मेघनाट
138. मेघनाट राग
139. गुंड राग
140. गुंड
141. कोकव
142. कोकव राग
143. नटमल
144. नटमल राग
145. राग पुरज
146. पुरज
147. पुरज राग
148. कान्हड़ा
149. रुबाईएमन राग
150. रुबाई-ए-मन
151. रुबाई-ए-मन राग
152. शोभन
153. श्रीवर्द्धन
154. श्रीवर्द्धन राग
155. श्रीवर्धन राग
156. मधुमात
157. मधुमात राग
158. त्रोटक
159. त्रोटक राग
160. सूहा
161. सूहा राग
162. नाटवसन्त
163. हनोद राग
164. सालंक
165. कैरात
166. कैरात राग
167. विभास राग
168. देशगांधार
169. देश गांधार
170. हिल्लोल
171. सोरठ
172. हनोद
173. श्रीवर्धन
174. मालव
175. भूपति
176. विभास
177. विहाग
178. बिहाग
179. नाटवसंत
180. रुबाईएमन
181. मुद्रा-कान्हड़ा
182. कमोद
183. कमोद राग
184. पीलू
185. बड़हंस
186. बनड़ा राग
187. बनड़ा
188. शहाना-कान्हड़ा
189. शहानाकान्हड़ा
190. शहाना कान्हड़ा
191. नंदन
192. नन्दन
193. प्रतिस्कंध
194. प्रतिस्कन्ध
195. सुनामा
196. सुनामन्
1. कुरुवंशी
2. कौरव
3. कुरवंशज
4. पुराणीय पुरुष
5. पौराणिक पुरुष
6. मृदंग
7. मृदंगम
8. मिरदंग
9. मुरज
10. राग
11. सारंग
12. सारंग राग
13. शारंग राग
14. शारंग
15. संकरराग
16. सङ्कीर्ण राग
17. सङ्कर
18. संकीर्ण राग
19. सङ्कर-राग
20. सङ्कर राग
21. मिश्र राग
22. सङ्कीर्ण
23. संकीर्णराग
24. संकर
25. सङ्करराग
26. संकर-राग
27. संकीर्ण
28. संकर राग
29. सङ्कीर्णराग
30. बिलावल राग
31. बिलावल
32. कान्हड़ा
33. कान्हड़ा राग
34. टहलुआ
35. दास
36. सहचर
37. अनुग
38. पारिकुट
39. माहली
40. अनुचारक
41. पाबंद
42. अभिसर
43. मुलाज़िम
44. अम
45. मुलाजिम
46. आदमी
47. अभिसारी
48. नौकर
49. अनुचर
50. भट
51. लौंडा
52. अनुयायी
53. भृत्य
54. पार्षद
55. अवराधक
56. सेवक
57. पाबन्द
58. अभिचर
59. चकरिहा
60. आज्ञापालक
61. खादिम
62. गण
63. नफर
64. अनुचारी
65. परिचारक
66. चकरिया
67. अर्थी
68. ताबेदार
69. नफ़र
70. अवकृष्ट
71. ख़ादिम
72. आश्रित
73. अवकृ्ट
74. पौराणिक जीव
75. पौराणीय जीव
76. पुराणीय जीव
1. बनड़ादेवगरी
2. बनड़ादेवगरी राग
3. बनड़ाजैत राग
4. प्रतिमंडक
5. प्रतिमंडक राग
6. यति
7. बनड़ाजैत
8. शहाना-कान्हड़ा
9. शहाना कान्हड़ा
10. शहानाकान्हड़ा
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English to hindi Dictionary: नंद
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